तिरुवनंतपुरम()। केरल में बारिश का कहर जारी है। शनिवार को भी 20 लोगों की मौत हो गई। इस तरह 8 अगस्त से शुरू दूसरे दौर की प्रलयंकारी बारिश से अब तक 200 लोगों की मौत हो चुकी है और 34लोग लापता बताए गए हैं। कुल मिलाकर केरल में भारी बारिश और भीषण बाढ़ से अब तक 360 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। तीन लाख से ज्यादा लोगों ने करीब 2 हजार राहत शिविरों में शरण ले रखी है। राज्य के 14 में से 10 जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की शंका गई है। इससे स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।
एनडीआरएफ ने देश में अब तक का सबसे बड़ा राहत व बचाव अभियान चलाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात से निपटने के लिए राज्य को तत्काल 500 करोड़ रुपये की सहायता का एलान किया है। यह राशि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा घोषित 100 करोड़ रुपये की मदद के अतिरिक्त होगी। राज्य के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने कोच्चि में एक उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की और बाढ़ग्रस्त कुछ इलाकों का हवाई सर्वे भी किया।
इन इंतजामों के बावजूद प्रभावित इलाकों में लोग घरों की छतों और अन्य स्थानों पर फंसे हैं। वे खाना और पेयजल की किल्लत झेल रहे हैं। फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए उनके रिश्तेदार और दोस्त मीडिया संस्थानों में फोन कर मदद की गुहार लगा रहे हैं। चेंगान्नूर में कैंप कर रहे राज्य के खाद्य मंत्री पी. थिलोथमन ने मीडिया से कहा कि इस समय लोगों को खाने के पैकेट तथा पेयजल की जरूरत है। जल्द ही नौसेना की 12 छोटी नावें राहत और बचाव कार्य में जुटने की संभावना है। लेकिन शाम के बाद बचाव कार्य संभव नहीं हो पा रहा है। लोगों को जल्दी से निकालने के लिए हेलिकॉप्टरों की जरूरत है।