बिहार को विशेष राज्य की दर्जे की मांग को लेकर सांसद श्री पप्पू यादव जी ने बीते दिनों यानी 19 जुलाई 2018 को लोकसभा परिसर में प्रदर्शन किया। बाद में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि बिहार विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त करने की कई शर्तों को पूरा करता है। पूरा बिहार बाढ़ व सुखाड़ से ग्रस्त है। उत्तर बिहार में प्रतिवर्ष बाढ़ से सैकड़ों लोग मौत के मुंह में समा जाते हैं। हजारों एकड़ की खेती बर्बाद हो जाती है। जबकि दक्षिण बिहार के कई जिले सूखाग्रस्त हैं और पानी के अभाव में धान का बिचड़ा भी नहीं बोया जा सकता है। राज्य की बड़ी आबादी कृषि और कृषि उत्पादों पर निर्भर है। जबकि कृषि सबसे जोखिम भरा कार्य है। राज्य के 32 फीसदी लोग भूमिहीन हैं। बिहार के बंटवारे के बाद बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज दिया जाना जरूरी है। जन अधिकार पार्टी (लो) ने विशेष राज्य के दर्जे के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया है और इसी लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए ‘बदलाव का संकल्प’ अभियान की शुरुआत की गयी है। विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर सांसद श्री पप्पू यादव जी के द्वारा लड़ाई सड़क से संसद तक जारी रहेगी।