सेंट्रल डेस्क : 10 सितंबर को कांग्रेस के आयोजित भारत बंद में पूरा देश मे भारत बंद हुआ ।
बिहार में भारत बंद में कई राजनीतिक दल भारत बंद का समर्थन कर रहे थे जैसे राजद , लोकतांत्रिक जनता दल, हम , कम्युनिस्ट पार्टी, वामसेफ, जनअधिकार पार्टी (लो०) वगैरह ।
बिहार में भारत बंद में एक नया राजन लकीर खिंचा गया भारत बंद में बहुत दल ने समर्थन दिया लेकिन बिहार में देखा जाये तो कांग्रेस की उतनी पकर नही है की भारत बंद बिहार में करवा सके । लेकिन राजद समेत कई दल साथ थे तो बन्द को मजबूती मिला लेकिन उतना मजबूती नही था ।क्योंकि सभी दल के कार्यकताओ अब पुराने हो चुके हैं नेतृत्व करता सही नहीं होने से सही समर्थन नही मिलता है । वही बिहार में एक ऐसा दल भी है और उसके पास युवा वर्ग में पकड़ भी हैं वह दल है जनअधिकार पार्टी (लो०) जिसका नेतृत्व मधेपुरा से सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव खुद नेतृत्व करते हैं।
भारत बंद में बिहार में जनअधिकार पार्टी(लो०) अगर समर्थन नही किया होता तो सायद बन्द असफल हो जाता । वही बिहार में पप्पू यादव के जाप ने सभी दल को चुनौती दे दिया है कि हम किसी से कम नही है । भारत बंद में पूरे बिहार से न्यूज और सोशल मीडिया पर देखने और पता करने पर पता चला कि जाप के कार्यकर्ताओ ने प्रखण्ड से लेकर राजधानी तक बन्द को सफल बनाया है । *******************************************वही राजद के तेजस्वी यादव और पप्पू यादव में जंग छिड़ गया है । जंग भी क्यो ना छिड़े एक वक़्त था जब बिहार में राजद की तूती बोलती थी लेकिन बीते दिन भारत बंद में जनअधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सभी दल की बोलती बंद कर दिया है। इस वजह से तेजस्वी यादव में तिलमिलाहट आ गये है । ******************************************* बिहार में जनअधिकार पार्टी के इतने कार्यकर्ता है वह भारत बंद में दिखा दिया कि हम किसी से कम है नही हमारे बराबर कोसो दूर तक कोई नहीं है । वही एक बात और नया सामने आया है कि बिहार में भारत बंद ने एक उभरते हुए राजनीतिक दल को सामने लेकर रख दिया है । वैसे भी जनअधिकार पार्टी हमेसा से जनता की हित की लड़ाई लड़ते रहते हैं । इस मामले में पूरे भारत मे कोई भी दल आसपास भी नही नजर आता है।