मधेपुरा : हर युवा बनें सुभाष : प्रधानाचार्य
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अमर स्वतंत्रता सेनानी सुभाषचंद्र बोस सच्चे राष्ट्रभक्त और युवाओं के आदर्श हैं। उन्होंने देश के लिए जो कुर्बानी दी है, वह अविस्मरणीय है। हम चाहते हैं कि देश का हर युवा सुभाष बनें। यह बात प्रधानाचार्य डॉ. के. पी. यादव ने कही। वे गुरूवार को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में युवाओं के प्रेरणास्रोत सुभाषचंद्र बोस विषयक संगोष्ठी में बोल रहे थे। संगोष्ठी का आयोजन सुभाषचंद्र बोस की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
प्रधानाचार्य ने कहा कि सुभाषचंद्र बोस विश्व इतिहास का अनोखा व्यक्तित्व हैं। वे देशभक्ति के उच्च शिखर हैं और स्वतंत्रता संग्राम के प्रतिनिधि हस्ताक्षर भी हैं। उन्होंने भारतीयों को स्वतंत्रता के लिए ललकारा और “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा” का नारा दिया।
प्रधानाचार्य ने कहा कि सुभाषचंद्र का संदेश है कि देशहित सर्वोपरि है। उन्होंने ‘जय हिंद’ का नारा दिया हमें और देश की स्वतंत्रता के लिए हर कुर्बानी देने हेतु प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए विकास पदाधिकारी डाॅ. ललन प्रसाद अद्री ने कहा कि सुभाषचंद्र ने हमेशा देश को आगे बढ़ाने का यत्न किया। देश को आजादी दिलाने के लिए उन्होंने आजाद हिन्द फौज की स्थापना की। इस फौज में सभी जाति, धर्म एवं संप्रदाय के लोग शामिल थे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए सिंडीकेट सदस्य डाॅ. जवाहर पासवान ने कहा कि सुभाषचंद्र ने अपने जीवन में काफी मुसीबतों का सामना किया और उन्होंने त्याग की एक मिशाल कायम की। उन्होंने देश के लिए अपने सुनहरे कैरियर को भी दांव पर लगा दिया।
सम्मानित अतिथि सिंडीकेट सदस्य गौतम कुमार ने कहा कि सुभाषचंद्र अपने और अपने परिवार से पहले देश को मानते थे। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों को दरकिनार कर देश के लिए काम किया। उन्होंने सुभाषचंद्र के जीवन एवं उनके विचारों से संबंधित साहित्य के अभाव पर चिंता व्यक्त की।
इस अवसर पर संस्कृत की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर खुशबू शुक्ला ने कहा कि सुभाषचंद्र ने विदेशियों की दास्ता का विरोध किया। उनके जीवन के रहस्यों से पर्दा उठना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ. उपेन्द्र प्रसाद यादव ने की।
इस अवसर पर डेविड यादव, कृष्ण क्रांति, मन्नु कुमार, दिव्यांशु आनंद, प्रकाश कुमार, अमरदीप कुमार, मनोज कुमार, रंजीत कुमार, राजेश कुमार, गौरव कुमार, निशिकांत कुमार, अनु कुमार, गुड्डु कुमार, प्रतोष कुमार, अविनाश कुमार आदि उपस्थित थे।