पटना : मुजफ्फरपुर मामले को लेकर जन अधिकार पार्टी संरक्षक पप्पू यादव के नेतृत्व में राजभवन मार्च किया गया। इस दौरान जाप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। राजभवन पहुंचने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बैरीकेडिंग तोड़ने की कोशिश करने लगे थे। इस दौरान ही पुलिसकर्मियों से कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई।
इससे पहले जाप कार्यकर्ताओं ने गर्दनीबाग में नीतीश सरकार के खिलाफ धरना भी दिया। इस दौरान पप्पू यादव समर्थकों के साथ मौजूद थे। लेकिन राजभवन मार्च के दौरान सुरक्षकर्मियों से झड़प हो गई। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिसकर्मियों ने जाप समर्थकों को बैरिकेडिंग के बाहर ही रोक दिया।
प्रदर्शन के दौरान जाप की महिला कार्यकर्ताओं से भी पुलिस की नोकझोंक हुई। बता दें कि मुजफ्फरपुर मामले को लेकर नीतीश सरकार के खिलाफ जाप पार्टी सड़क पर उतर आई है। इससे पहले भी दोषियों को सजा दिलाने के लिए पार्टी प्रदर्शन कर चुकी है।
पप्पू यादव खुद धरने पर बैठ गए और गिरफ्तारी देने की जिद करने लगे. उनके साथ कई महिला और पुरूष कार्यकर्ता भी मौजूद थे. इस दौरान गुस्साई महिलाओं ने पुलिस पर चुड़ियां भी फेंकी. पप्पू यादव ने इस दौरान कहा कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे. बेटियों पर राजनीति सही नहीं है.
वही संसद पप्पू यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में बैठे नेता और मंत्रियों के साथ आरोपी की तस्वीर है। बेटी बचाने के लिए कभी बाहर भी नहीं आए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग में जांच हो।
पप्पू यादव अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए और रोने भी लगे. उन्होंने कहा कि बेटियों पर राजनीति करते हैं. साथ ही महिला कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़ने का भी आरोप लगाया.
पप्पू यादव ने कहा कि हम लोगों ने पहले भी मांग की थी कि बिहार के सभी बालिका गृह इस जांच के दायरे में लाए जाएं। इस पर इन्क्वायरी कराकर एक साल के अंदर जांच पूरी हो और सजा सुनाई जा सके।