सुपौल :- जिले के त्रिवेणीगंज में फिर मानवता को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है। बता दें कि बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय हाई स्कूल में कुछ स्थानीय गुंडे घुस आये. और वह लड़कियों से छेड़खानी करने लगे. छात्राओं ने जब स्थानीय लफ़ंगों की छेड़छाड़ का विरोध किया तो उन लोगों ने लड़कियों की जमकर पिटाई कर दी.************* क्या सरकार के हाथ मे कानून नही है , क्या बिहार में वास्तविक में अपराधियों का राज्य हो गया , क्या उसदिन सही में सूबे के उपमुख्यमंत्री ने सही में पेड़ पकड़ लिया । बिहार में सरकार के हाथ मे कुछ नही बचा है सरकार सूबे की मुखिया मात्र नाम के ही रह गए हैं। बांकी तो काम और अपना फर्ज तो सूबे के अपराधी निभा रहे । आपको जानकर दुख होगा कि बिहार की कोई सरकारी स्कूल जैसे कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अपने बच्चे को कैसे देंगे , उस विद्यालय में गरीब परिवार के बेटी पढ़ती है, इस लिये वहा कोई सुरक्षा व्यवस्था नही होता है। क्या कोई अपनी बहन बेटी को स्कूल में देकर बाहर से सुरक्षा करेंगे तब सुरक्षित रहेगा । सूबे की सरकार के मुखिया कहते नही थकते हैं कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , वही बिहार में ना तो बेटी को बचाने के लिए सरकार के पास कोई कानूनी व्यवस्था है और ना ही पढ़ने की जो लड़की कल तक स्कूल जा रही थी अब वह घर से निकलना मुनासिब नही समझेंगे । बिहार में पहले मुजफरपुर में उतनी बड़ी घटना पर सरकार साक्ष को छुपाने के लिए मंत्री को बगल में रखकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। मंत्री को बचाने का सारा प्रयास जारी रखता वही यह मामला त्रिवेणी गंज के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में जिस तरह से अवमानिय घटना हुआ है उस पर सूबे के मंत्री के गृह जिले में घटना घटित होता है लेकिन घटना पर कुछ भी बोलना तक मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। वही इस तरह के घटना के जो भी दोषी हो उसके पूरे परिवार की गिरफ्तारी होना चाहिए नही तो ये सरकारी आवासीय जितनी भी विद्यालय है सबको बन्द कर देना चाहिए। क्योंकि जब आप सुरक्षा नही देंगे तो फिर बन्द कर दीजिए ।वही जब इस घटना की जानकारी कांग्रेस के फायर ब्रिगेड कही जाने वाली सुपौल सांसद श्रीमती रंजीत रंजन रात में अस्पताल पहुंच कर जायजा लिया और सरकार पर और स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना के बाद ना तो विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था दे पाया है और ना ही बच्चे का सुध लेने का काम किया । वही कल जनअधिकार छात्र परिषद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अमन कुमार रितेश, एव सुपौल जिला के महिला अध्यक्ष निधि कुमारी के नेतृत्व में सरकार खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला और छात्रों से मिला और कहा कि सरकार कानून व्यवस्था दुरुस्त करे नही तो विद्यालय को अविलंब बंद कर दें । वही सभी वर्गों के लोग इस घटना से क्षुब्ध है और आदमी अभी मोन है कहते है की शान्ति तबाही का संकेत दे दिया है, ********************** सवाल आप सबसे *सरकार को सभी आवासीय विद्यालय, और सेल्टर होम जैसे संस्थान को बंद कर देना चाहिये? *2 क्या बिहार में अपराधियों का राज्य हो गया है आप सब अपना विचार हमारे वाट्सप पर शेयर जरूर करें मेरा वाट्सप नम्बर 7992459015