सहरसा: मुकेश कुमार :आजादी के बाद बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2019-20 का जिस तरह बजट तैयार किया गया है! वस्तुतः आकड़ो का खेल ही माना जाएगा शेलेन्द्र शेखर जनअधिकार पार्टी (लो०) जिला प्रवक्ता सहरसा का कहना है कि खैर मेरा कहने का स्पष्ट भावार्थ यह है कि राज्य के वित्तमंत्री ने कहा की विभिन्न विभागों द्वारा राज्य के बच्चों में योजनाओ के तहत किये गए खर्च की जानकारी देंगे! तस्वीर स्वतः वयां कर रहा है,की कैसे राज्य सरकार लोगों को गुमराह करती है! बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री जननायक स्व0 कर्पूरी ठाकुर जी के उपज मुख्यमंत्री श्री नीतीश जी ने दो लाख पांच सौ करोड़ के बजट में एक भी उधोग या बंद पड़े चीनी मिल,जुट मिल,पेपर मिल को चालू नही कर सभी प्रमंडलीय मुख्यालय में 600 सौ लोगों की क्षमता की आडिटोरियम-सह-आर्ट गलेरी बनेगी जिसमे करोड़ो की राशि दी गई है! क्या बिहार में पलायन रुक जाएगा! यह यक्ष प्रश्न है!
।। शैलेन्द्र शेखर,प्रवक्ता जाप सहरसा व पूर्व प्रत्याशी विधान परिषद” निकाय” कोशी।।