सुपौल जिला के किसनपुर प्रखंड के पिरगंज टोला के उर्दू मध्य विद्यालय पिरगंज के कई महीनों से मध्यान भोजन नही बन रहा है तो दूसरी तरफ हैडमास्टर के साथ साथ सहायक शिक्षक अब्सेंट रहते है। ग्रामीण का कहना है कि हैड मास्टर साहब महीने में एक दो बार यहाँ स्कूल में आते है। उनके बाद नहीं आते है उन्होंने मनमानी ढंग से स्कूल को संचालन करते है। तो दूसरी तरफ अध्यक्ष साहिबा बोले कि जिस दिन से हेड मास्टर आए है। तब से आज तक एक भी मीटिंग हमारे साथ नहीं किया है।तो दूसरी तरफ सचिव साहिबा का कहना है कि एक से ऊपर जा रहा है।
साल में दो या तीन बार हम से चेक पर हस्ताक्षर करवाया है बाद बाकी हैड मास्टर अपने मनमानी ढंग से फर्जी हस्त्ताक्षर से पैसा निकाल लेता है। और अपने घरेलू कार्य मे लगा देता है। वही स्कूल के मरमत/रंग रोगन के लिए विभाग से 50000हजार रुपया दिया गया उसमे आंशिक रूप से ही कार्य किया बाद बाकी सरकार की सारा राशि गमन कर लिया। जब स्कूल सहायक शिक्षक से बच्चो की उपस्थित कॉपी मागा गया तो नही दिया और कहा कि उपस्थित पंजी हैड सर अपने साथ लेके चला जाता है।