लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी अपनी चुनावी अभियान में बढ़ोतरी की है रात दिन एक कर गांव गांव जाकर राजनीतिक पार्टियां लोगों को रिझाने का काम कर रही है। लेकिन अगर एनडीए गठबंधन की बात की जाए तो एनडीए गठबंधन की जनसंपर्क अभियान में लोगों की पकड़ ढीली पड़ती नजर आ रही है यही कारण है। कि जनसंपर्क अभियान के दौरान जहां नीतीश कुमार के चेहरे के नाम पर लोगों का हुजूम उमड़ना चाहिए वहां पर कुर्सियां खाली नजर आ रही है।या फिर यूं कहें कि जनसंपर्क के दौरान लोगो की कमी दिख रही हैं।
वहीं इस मामले में कटाक्ष करते हुए पूर्व विधायक पप्पू खान ने एनडीए के ऊपर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कहीं भी एनडीए हमारी टक्कर में दूर तक दिखाई नहीं दे रही है। महागठबंधन के लिए पूरा जिला समर्पित दिखाई दे रहा है। नालंदा जिले में दूर-दूर तक कहीं कोई भी लड़ाई दिखाई नहीं दे रही है जिसका परिणाम भी आपके सामने है कि जिस नालंदा के ऊपर नेता लोग पलट कर भी नहीं देखते थे सभी नालंदा को अपनी बपौती समझते थे जीत सुनिश्चित की बात समझते थे।
आज गली-गली कोना-कोना जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और सेकंड सीएम कहलाने वाले आरसीपी सिंह लोगों के बीच जाने को मजबूर दिख रहे है। उन्हें इस बार आभास हो गया है इस बार जदयू की सीट नालन्दा से गायब होने वाली है। कहीं-कहीं तो उन्हें गली गली और कस्बों में विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है यहां की समस्याओं को लेकर जनता ने काफी विरोध भी किया है।