एक तरफ मिलावट के प्रति सख्त दिख रहें बिहार सरकार व केंद्र सरकार जिसका सख्ती केवल गरीब लोगो पर ही चलतें दिख रहा है। पूंजीपतियों के आगे दम तोड़ती नजर आ रही है। अब हम बेगूसराय जिले के बखरी प्रखंड का केसरी एंड कंपनी पेट्रोल पंप का हाल बतातें हैं। जहां मिलावटी तेल मिलना,तेल केवल लीटर में मिलना, मूलभूत सुविधाएं विहिन जैसे शौचालय की व्यवस्था नहीं,शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं,हवा देने वाला कोई मशीन नहीं, वायरिंग की स्थिति दयनीय जहां कभी भी बड़ी दुर्घटना होने का अंदेशा लगाया जा सकता है। ऐसा भी कह सकते हैं आईओसी के नियम निर्देशों का खुलेआम धज्जियां उड़ाना जहां उपभोक्ता के लिए शौचालय की व्यवस्था,हवा की व्यवस्था,शुद्ध पेयजल,जो कि बिलकुल नहीं है।
अच्छी तरह वायरिंग किया हुआ तार बिछा होना चाहिए, पेट्रोल पंप पर सेल्स मैनेजर का मोबाइल नंबर और नाम अंकित रहना चाहिए। पेट्रोल पंप का लाईसेंस नंबर रहना चाहिए, शिकायत पेटी रहना चाहिए, इत्यादि नियमों में शामिल है। मगर आईओसी के अधिकारी रहमों पर कुछ भी नियमों अनुरूप नहीं रहने के बाद भी पेट्रोल पंप का संचालन हो रहा है।स्थिति ऐसी बनी हुई है स्त्री हो या पुरुष शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए पंपकर्मी से गिड़गिराना पड़ता है। और अधिकारी मौन बनें दिख रहे हैं।अब सवाल बनता है नियम का खुलेआम उलंघन पर क्या कार्रवाई होता है कि मामला पूंजीपतियों के होने के कारण खत्म कर दिया जाता है।