बिहार के बेगूसराय में लगातार हो रहे अपराध पर डीआईजी मुंगेर मनु महाराज हुए सख्त। बताते चलें कि मुंगेर के डीआईजी मनु महाराज जो कि अपराधियों पर नकेल कसने में कामयाब पुलिस के कारण सिंघम के रूप में जाने वाले ने लगातार निर्देश देते आ रहे हैं कि अपराध पर अंकुश लगाए मगर एक बेगूसराय जिला के नगर थानाध्यक्ष जिनसे अपराध पर लगाम लगाने में पूरी तरह विफल दिख रहें थे। आखिरकार सिंघम ने नगर थानाध्यक्ष त्रिलोक कुमार मिश्रा को निलंबित कर ही दिया। विदित हो कि बेगूसराय में कुछ दिनों पहले एक दिन-दहाड़े लूट कांड को अंजाम दिया गया जिसपर खुद सिंघम मुंगेर से ट्रेन के माध्यम से बेगूसराय पहुंचे और सिंघम के दिशा-निर्देश पर कुछ कांडों का उद्धभेदन अवश्य हो सका। वहीं हर-हर महादेव चौक पर लूट का उद्धभेदन नहीं हो सका। बताते चलें कि पटना एसएसपी से मुंगेर डीआईजी पद ग्रहण के वक्त ही मनु महाराज ने निर्देश दिए कि कोई थानाध्यक्ष किसी भी अपराध को हल्का से नहीं ले और अपराधियों के प्रति सख्त हो। मगर बेगूसराय की ऐसी स्थिति बनी कि बिलकुल उल्टा हो गया और जिला में हत्या, लूट, छिनतई की घटना में बहुत बढोतरी होते देखा गया। अंततः सिंघम ने अपने पुराने अंदाज में लौटते दिख रहे हैं और इस निलंबित से साफ संदेश दे रहे हैं कि अपराधियों पर पूरी तरह लगाम करों अन्यथा घर जाकर आराम करों।
वहीं सूत्रों के मानें तो सिंघम के इस पुराने अंदाज में लौटने से पुलिस विभाग हो या जिला के अपराधी सभी में दहशत व्याप्त हो गया। जहां जिलें के सभी थानाध्यक्ष व ओपीध्यक्ष का अपने क्षेत्र में अपराध कम हो इस पर चर्चा करते देखा जा रहा है। और पुलिस जब सख्त होगा तब अपराधियों जरूर पुलिस के सामने नतमस्तक देखा जायेगा। बुद्धिजीवी वर्ग के अगर मानें तो बताते हैं कि जिलें में अपराध पर लगाम नहीं लगने का मुख्य कारण है कि कुछ थानों में थानाध्यक्ष बिलकुल जम चुके हैं जिनको हमेशा बदलाव करते रहना चाहिए। वहीं कुछ थानाध्यक्ष अपने कुर्सी बचाने में अवश्य कामयाब हो पाते हैं जब सीनियर अधिकारी का जिला दौरा होता है तो अपराधियों को धर-पकड़ तेज किया जाता है और सीनियर अधिकारी के जातें ही फिर पुराने सिस्टम पर लौट आते हैं।
इस तरह मुंगेर प्रमंडल के डीआईजी मनु महाराज ( सिंघम ) के कार्रवाई से अपराध पर जरूर लगाम लगेगा। देर आए मगर दुरूस्त आए ये बातें बिलकुल सही बैठता है मुंगेर सिंघम पर।
बिनय कुमार की रिपोर्ट