आरा रेल कर्मचारियों को अब जल्द ही उम्मीद (यूनिक मेडिकल आइडेंटिटी स्मार्ट कार्ड) की सुविधा मिलेगी। इसकी सुविधा कर्मियों के आश्रितों व रिटायर रेलकर्मियों को भी मिलेगी। यह स्मार्ट कार्ड एटीएम कार्ड की तरह प्लास्टिक लेमिनेटेड होगा। इस मेडिकल कार्ड पर कर्मचारियों का पूरा डिटेल्स होगा। कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। 31 मई तक प्रक्रिया को हर हाल में पूरा कर लेना है। इससे पहले कर्मियों को इलाज के लिए पास दिया जाता था। हॉस्पिटल में सिक मेमो या कार्यालय से जरूरी कागजात दिखाने पड़ते थे। इस कारण लाइन में काम करनेवाले इंजीनियरिंग, सिग्नल व टी आरडी के कर्मचारियों को परेशानी होती थी।
अब कार्ड बनने के बाद कर्मचारी सीधे भारतीय रेलवे के 718 हॉस्पिटल में अपना और अपने परिवार का इलाज करा सकते हैं। स्टाफ चाहें तो कार्ड के लिए खुद भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकता है। साथ ही परेशानी होने पर कार्मिक विभाग और कार्यालय के सहयोग से भी कल्याण निरीक्षक द्वारा इसे पूरा कर सकते हैं। इसे लेकर विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। रेलवे के इस आदेश पर खुशी जाहिर करते हुए ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि सभी कर्मचारियों को मेडिकल कार्ड का मुद्दा बहुत पहले से उठाया गया था। इससे लाखों कर्मियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन के साथ साथ यूनियन भी इसका पूरा प्रचार प्रसार कर रहा है। ताकि समय पर सभी कर्मियों का रजिस्ट्रेशन कराया सके।