बाढ़ को लेकर जहां तबाही का आलम रहा वहीं किसानों के सेकड़ों एकड़ खेत मे लगाए गए धान का फसल बाढ़ के भेंट चढ़ गई। किसानों की मायूसी किसानों का सपना सब धरे के धरे रह गया। बाढ़ को लेकर बाढ़ पीड़ितों को अब तक सरकार के खजाने से कुछ भी नसीब नहीं। जिले के कई प्रखंड में बाढ़ ने तबाही मचाई गांव घर में बाढ़ का पानी नदी का शकल ले कर अपनी धारा में किसानों के खेत मे लगे धान के फसल को भी बर्बाद कर दिया। जानकारी देते दियारी पंचायत व रामपुर मोहनपुर पूर्वी व पश्चमी एवं बोची , बेलवा , मदनपुर पूर्वी व पश्चमी , आदि के जनप्रतिनिधि अजहर हुसेन , अमित कुमार ,शकील अहमद , वार्ड सदस्य सुलेमान आदि ने बताया बाढ़ के कहर में सड़क के साथ साथ किसानों के फसल भी बाढ़ के भेंट चढ़ी। उन्होंने यह भी बताया दियारी पंचायत के वार्ड संख्या 05 के सड़क जो जिला मुखयालय को जोड़ती है वह संपर्क टूट गया लोग नाव के सहारे आवागमन करने पर मजबूर हैं।
किसान मनोज , रमेश , व वार्ड सदस्य सुलेमान ने बताया किसान अपने खेत मे धान का फसल दोबारा लगाए थे जो सभी फसल बाढ़ में बर्बाद होगया इस को लेकर किसानों में मायूसी के अलावा कोई आस नही । बाढ़ पीड़ितों ने यह भी बताया सरकार के खजाने से भेजी गई 6000 हजार की राशि अबतक बाढ़ पीड़ितों के खाते में नही पहुंची है। किसानों ने प्रशासन से राहत राशि व फसल क्षति मुआवजे की मांग की है।