समाहरणालय परिसर स्थित आत्मन हॉल में शनिवार को बाढ़ आपदा से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला प्रभारी सचिव के ,के, पाठक ने किया। बैठक में जिला पदाधिकारी बैधनाथ यादव ने जुलाई 2019 में आई हुई बाढ़ के कारणों से जिला प्रभारी को अवगत कराया और उन्होंने बताया प्रमाण नदी ,बकरा , नुना , पश्चिम कनकई , सुरसा नदी जो कि बरसाती नदी है। नेपाल के विराटनगर क्षेत्रों में अधिक बारिश होने के कारण नदी के जलस्तर में बृद्धि होने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्नय होती है। बाढ़ के दौरान बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन दुआरा विस्थापित परिवारों को तत्काल शिविर के माध्यम से हर संभोव सहायता प्रदान की गई।
जिला प्रभारी सचिव को बाढ़ पूर्ण प्रभावित पंचायतों की सूची व आंशिक पंचायतों की सूची एवं जिले उपलब्ध मोटर बोट , एवं नाव उपलब्धता से संबंधित पालीथिन सीट वितरण से संबंधित राशन वितरण से संबंधित पथ प्रमंडल अररिया में बाढ़ में क्षति ग्रस्त सड़कों का मरम्मती से संबंधित जानकारी से अवगत कराया। इस पर जिला प्रभारी सचिव दुआरा चार दिनों के अंदर खास कर क्षति ग्रस्त ग्रामीण सड़कों की मरम्मती कराए जाने का निर्देश दिया। बैठक में बताया कि इस वर्ष आये बाढ़ से 12 लाख 28 हजार 456 लोग प्रभावित हुए हैं। अबतक 10 लाख चार हजार 709 परिवारों को सहायता अनुदान का लाभ दिया गया। पथ निर्माण विभाग दुआरा बताया गया कि कुल क्षतिग्रस्त सड़कों की संख्यां 35 थी जिसमे 28 को पूर्ण रूप से चालू किये गए हैं अवरुद्ध सड़कों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने बात कही।
बाढ़ से प्रभावित पंचायतों की संख्यां 129 बताया गया है बाढ़ में डूबने से 12 लोगों की म्रत्यु हुई है जिसमे आठ लोगों के परिवारों को मुआवजा राशि देदिया गया है। शेष पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की अग्रतर कार्रवाई किये जाने की बात कही गयी है। वहीं कार्य पालक पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इन एच 327 जो जोकीहाट से किशनगंज सिल्लिगोरी तक जाती है। उस मे हुए कटाव को जल्द से जल्द मरम्मती करने का निर्देश भी दिया । मोके पर सभी विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे।