मुकेश कुमार / दरभंगा –
बहेड़ी- प्रखण्ड के म वि शेर के शिक्षक रासिक लाल मंडल कि असामयिक मौत से शिक्षकों में गहरी दुख है. एक कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक के साथ श्री मंडल अध्यात्म से भी जुड़े थे.सरकार द्वारा नियोजित शिक्षकों के संदर्भ में आंख मूंदना काफी दुखद है. लंबे अंतराल से श्री मंडल बिमारग्रस्त थे दरभंगा के एक नीजि अस्पताल में श्री मंडल ने अंतिम सांस ली. टेट एसटेट उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के जिला प्रवक्ता श्री धनंजय कुमार ने कहा कि अर्थाभाव व समय पर वेतन नहीं मिलने के कारण श्री मंडल अब इस लोक में नहीं रहें. दुख व्यक्त करते हुए शिक्षक संघ बहेड़ी के प्रखण्ड अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि बिहार में नियोजित शिक्षकों की दशा पर चुपचाप होकर उन्हें मरने छोड़ देना मुख्यमंत्री की मनसूबा है. कार्तिक कुमार सिंह ने कहा कि समुचित इलाज नहीं होने के कारण श्री मंडल की असामयिक निधन की खबर सुनकर बहुत गहरी दुख हुआ है. ना जाने दिन प्रतिदिन हमारे बीच से कई शिक्षक हमें छोड़ कर चले जा रहें हैं सरकार द्वारा शिक्षकों को उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना शिक्षकों के साथ मजाक है. उपदेश कुमार ने दिवंगत शिक्षक के परिवार को 50 लाख रूपये राशि भुगतान हेतु सरकार से मांग की है. वहीं सुरेंद्र कुमार ठाकुर ने इस दुख की घड़ी में संतप्त परिवार को धैर्य धारण कर उन्हें सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं को प्राप्त करवाने की आश्वासन दिया. चंदन कुमार, विनय कुमार, राम उदगार राय, हरे राम यादव ,कार्तिक कुमार सिंह, पवन ठाकुर, संजीव कुमार, जयकृष्ण मंडल , सतीश प्रसाद सोलंकी, मधुरेंद्र कुमार सिंह, अभय कुमार राठौर आदि शिक्षक ने दिवंगत आत्मा कि शांति के लिए भगवान से प्रार्थना किया.