मुकेश कुमार / दरभंगा :
बहेड़ी-बहेड़ी प्रखण्ड मुख्यालय के सामने शिक्षक संघ बहेड़ी ने कैबिनेट से जारी शिक्षकों की सेवा शर्त की प्रतियां जलाकर विरोध प्रकट किया. प्रखण्ड अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षकों के साथ इंसाफ नहीं किया है, सेवा शर्त के नाम पर शिक्षकों को गुमराह करने की साजिश इस बार नहीं चलेगी. वित्तीय और गैर वित्तीय सुविधाएं अभी भी नियमित शिक्षकों की तरह नहीं दिया गया है.
वहीं शिक्षक नेता धनंजय कुमार झा ने कहा कि हमारी स्पष्ट मांगे सरकार से समान काम समान वेतन व राज्य कर्मी का दर्जा है जिसको लेकर बिहार में 78 दिनों तक शिक्षक हड़ताल भी किए थे, जिसमें सरकार ने लिखित आश्वासन दिया था कि आपके मांगों पर सकारात्मक वार्ता कर इस पर अनुकूल पहल करेंगे परंतु सरकार ने झूठे दिलासा देकर शिक्षकों को ठगने की काम की है. ई पी एफ और कई सुविधाओं की जिक्र जो सेवा शर्त में की गई है वह शिक्षकों ने न्यायालय से भी जीत चुके है. न्यायालय के आदेश के बाबजूद सरकार ने उसे लागू नहीं किया जिसकी अवमानना भी शिक्षक संगठनो ने दायर की थी. सरकार द्वारा कैबिनेट में सेवा शर्त की स्वीकृति पुर्णतः छलावा है. राज्य कर्मी का दर्जा नहीं देना वर्तमान सरकार को मंहगा पड़ेंगा.संघ के मीडिया प्रभारी उपदेश कुमार ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को पंचायती राज कि कर्मचारी मानकर उच्चतम न्यायालय से लेकर सड़क तक शिक्षकों को अपमानित करनेवाली सरकार ने फिर सेवा शर्त के नाम पर उपहास किया है. शिक्षकों के मांगों को दरकिनार कर तानाशाही रवैया व शिक्षकों के साथ दोयम दर्जे की व्यवहार की हम भर्त्सना करते हैं. सुरेन्द्र कुमार ठाकुर, अभय कुमार राठौड़, मोहन पंडित,रमेश कुमार यादव, अंगद प्रसाद सिंह,कार्तिक सिंह.,लक्ष्मी चौपाल. आदि शिक्षकों ने सेवा शर्त को चुनावी लालीपॉप बताते हुए मुख्यमंत्री पर ठगने का आरोप लगाया है . सभी शिक्षक इसका बदला सरकार के विपक्ष में मतदान कर उन्हें सत्ता विहीन कर लेंगे. शिक्षकों के साथ अन्याय पर इसबार शिक्षक चुप बैठने वाले नहीं हैं.