सहरसा : नाई समाज का आर्थिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक आधार अत्यंत दयनीय है. इसको लेकर विशाल रैली के बाद आज जिला नाई संघ सहरसा और हमने 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा.
1-नाई समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किया जाये.
2-जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारतरत्न से सम्मानित किया जाये.
3-नाई समाज के छात्र – छात्राओं को सरकारी खर्चे पर छात्रावास में रखकर पढाई की व्यवस्था की जाये.
4- नाई समाज के कुशल कारीगरों को श्रम विभाग में पंजीकृत कर सरकारी लाभ दिया जाये और सरकार केश कला बोर्ड का गठन करें.
5-नाई समाज के भूमिहीन परिवारों को चिन्हित कर कम से कम 5 डेसिमिल जमीन का आवंटन किया जाये.
6- नाई समाज के कुशल करिगार को सैलून खोलने तथा रोजगार करने के लिए ब्याजमुक्त ऋण, 10 लाख रूपये बिना गारांटी दिया जाय.
7- नाई समाज के बेरोजगार युवक को स्थायी नौकरी (बाल काटने) कारागार, पुलिस लाइन, रेलवे और सरकारी विभाग में बहाल किया जाये .
8-नाई समाज को सैलून चलाने के लिए जिला परिषद् / नगर निगम / जिला प्रशासन द्वारा निर्मित व्यवसायिक प्रतिष्ठान तथा रेलवे स्टेशन व बस स्टेंड में दुकान आवंटित किया जाये.
9-सहरसा में जर्जर सदर अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था का सुधार किया जाये. प्राइवेट डॉक्टर द्वारा इलाज के नाम पर लूट खसोट पर रोक लगाया जाये तथा इलाज का रेट तय किया जाय.
10-सहरसा में बंगाली बाज़ार में ओवर ब्रिज बनाया जाये और अन्य जगह भी ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाये.
11-सहरसा जिला में हत्या, लूट, चोरी, छिनतई, भूमि माफिया द्वारा भूमि कब्ज़ा (सरकारी भूमि-निजी भूमि), अवैध नशा कारोबार पर रोक लगाया जाये. सिर्फ भूमि माफिया के कारण सहरसा में अपराधिक घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है . पूर्व में जिला में पदस्थापित एक वरीय पदाधिकारी द्वारा बड़ा रिश्वत लेकर भूमि विवाद में कानून के विपरीत ऐसा-ऐसा फैसला किया है जो उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं था. इस तरह का फैसला सिर्फ दीवानी न्यायालय ही कर सकता है। इसमें कुछ राष्ट्रीय दल के पदाधिकारी भी शामिल है. उसे चिन्हित कर उसपर ठोस कार्रवाई की जाये.
अनुरोध है कि उपरोक्त मांगो पर विचार करते हुए अग्रेतर कार्यवाई करने की कृपा प्रदान की जाय .