आरा में भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट व फायरिंग में अंततः मुफस्सिल थानाध्यक्ष रविंद्र राम पर गाज गिर गयी। जोनल आईजी सुनील कुमार के आदेश पर भोजपुर एसपी द्वारा उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। उनकी जगह थाना का प्रभार देख रहे सदर इंस्पेक्टर केशरीचंद को नया थानाध्यक्ष बना दिया गया है। भोजपुर एसपी आदित्य कुमार द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। सनद हो कि चुनाव के दिन मतदान के बाद मुफस्सिल थाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं व पुलिस में झड़प हो गयी थी। इसके बाद पुलिस द्वारा भाजपाईयों की पिटाई कर दी गयी थी। इसके खिलाफ जमकर बवाल मचा था। मामले के तूल पकड़ने पर आईजी, डीआईजी, डीएम व एसपी सहित अन्य अफसर पहुंचे थे। इस मामले में आईजी द्वारा डीएम व एसपी को पूरे मामले की जांच का आदेश दिया था। साथ ही जांच तक थानाध्यक्ष रविंद्र राम को काम से हटा दिया गया था। सदर इंस्पेक्टर को प्रभार दिया गया था। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आईजी ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया।
गिरफ्तार कार्यकर्ता से मिलने गये भाजपाइयों
की पिटाई से बिगड़ा था मामला बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव के दिन मतदान में गड़बड़ी को लेकर बड़की सनदिया गांव निवासी भाजपा कार्यकर्ता चंदन पांडेय व पुलिस के बीच विवाद हो गया था। इसके बाद मुफस्सिल थाना इंचार्ज द्वारा चंदन पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसकी सूचना पर शाम में कुछ भाजपा कार्यकर्ता उससे मिलने थाने गये थे। वहां थाना इंचार्ज से विवाद हो गया। बाद में केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी आरके सिंह के चुनाव प्रतिनिधि संदीप कुमार भी थाने पहुंचे। इस दौरान किसी बात को लेकर पुलिस से विवाद हो गया। इसके बाद पुलिस द्वारा भाजपाइयों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इसमें भाजपा के वरीय नेता शंभु चौरसिया सहित तीन कार्यकर्ता गभीर रूप से जख्मी हो गये। इसी क्रम में थानाध्यक्ष द्वारा संदीप कुमार पर गोली भी चला दी गयी। हालांकि उसमें संदीप कुमार बाल-बाल बच गये। इससे स्थिति बिगड़ गयी थी। मामला वरीय अफसरों के साथ सीएम, चुनाव आयोग व डीजीपी तक पहुंच गया था।